शिशु का बीमार पड़ना एक ऐसी चीज़ है,जो हर मां के दिल को तकलीफ़ देती है और उन्हें परेशान करती है। और अगर कोई नवजात शिशु हल्का सा भी बीमार पड़ता है,तो मां को निश्चित रूप से बहुत चिंता होती है और घबराहट भी। लेकिन कुछ समस्याएं लगती तो बहुत बड़ी है लेकिन उन्हें वास्तव में कुछ आसान उपायों की मदद से नियंत्रित किया जा सकता है।
पेट दर्द (colic) कुछ सामान्य तकलीफों में से एक है। जिसमें आंतों और पेट में होने वाले कष्ट के कारण शिशु बहुत रोता है। यह दर्द अक्सर अपने आप ही जाता है। खैर ऐसे कुछ तरीके हैं, जिनके द्वारा आप शिशु को आराम महसूस करा सकते हैं और इस तकलीफ़ से उबरने में उनकी मदद कर सकते हैं।
इनमें से कुछ तरीके इस प्रकार है।
1. गर्म सेक लगाए

एक नर्म तौलिया लें और उसे गर्म पानी में डुबोए। इस तौलिये को निचोड़ दें और फिर इसे शिशु के पेट पर आराम से व हल्के हाथ से दबाएँ। यह पेट में जमा गैस को निकालने और शिशु को आराम देने में मदद करेगा।
2. तेल मालिश

रोजाना तेल से शिशु के पेट की मालिश करें, इससे पेट में दर्द नहीं होता है और इससे भविष्य में होने वाले किसी भी पेट दर्द से बहुत राहत मिलती है।
3. कोशिश करें की वह डकार लें

पेट के दर्द से बचने के लिए इस बात का ध्यान रखें की शिशु खाने के बाद डकार अवश्य लें। इससे पेट में जमा गैस निकल जाती है और साथ ही यह शिशु के भोजन को पचाने में सहायता करता है।
4. घुटने मोड़ने वाली कसरत

वैसे तो शिशु के पाचनतंत्र को स्वस्थ रखने के लिए कसरत की आवश्यकता होती है। खासतौर पर जब उनके पेट में दर्द हो। आसान सी घुटने मोड़ने वाली कसरत से शिशु को दर्द से बहुत आराम मिलेगा और यह उनकी पाचन-क्रिया को भी स्वस्थ रखेगा।
5. गर्म पानी से नहाना

यह आमतौर पर देखा गया है की गर्म पानी से नहाना शिशु को शांत करता है और उनके रक्त प्रवाह को बढ़ाता है। यह पेट में जमा गैस को निकालने में मदद करता है और पाचनशक्ति बढ़ाता है।
6. उन्हें समय-समय पर खिलाएं

शिशु को नियमित अंतराल में भोजन कराने से उनके पेट में गैस बनने की संभावना कम होती है और इससे पेट में भी कम दर्द होता है।
7. उन्हें गति (motion) में रखें

शिशुओं को अगर गति में रखा जाए, खासतौर पर तब जब उनके पेट में दर्द हो,तो उन्हें घूमने से बहुत आराम मिलता है। जैसे उन्हें गोद में उठा कर घुमाएं या उन्हें गाड़ी की सैर कराएं।